राजस्थान स्कूल विंटर वेकेशन 2024-25: सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियां घोषित

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

सर्दियों का मौसम आते ही राजस्थान के स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की चर्चा शुरू हो जाती है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार, 2024-25 के लिए सर्दियों की छुट्टियाँ 25 दिसंबर 2024 से 5 जनवरी 2025 तक घोषित होने की संभावना है। हालाँकि, अंतिम निर्णय अर्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद ही लिया जाएगा।

शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य

राजस्थान जैसे राज्य में जहाँ सर्दियों के दौरान तापमान बहुत कम हो जाता है, शीतकालीन अवकाश विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। ठंड के कारण बच्चों में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हर साल स्कूलों को सर्दियों के दौरान बंद किया जाता है।

अर्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद घोषित होगी छुट्टियाँ

राजस्थान में स्कूलों का शीतकालीन अवकाश आमतौर पर अर्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद ही घोषित किया जाता है। इस बार परीक्षाओं में देरी होने के कारण विंटर वेकेशन की घोषणा में भी बदलाव की संभावना है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि ठंड की तीव्रता और मौसम के बदलाव को देखते हुए अवकाश के तिथियों में संशोधन किया जा सकता है।

अभिभावकों की तैयारियाँ और शिक्षकों की भूमिका

छुट्टियों के दौरान बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए अधिकतर अभिभावक होमवर्क और ट्यूशन का सहारा लेते हैं। कई स्कूल भी ऑनलाइन असाइनमेंट और होमवर्क देने की योजना बनाते हैं ताकि पाठ्यक्रम पर प्रभाव न पड़े।

विंटर वेकेशन का संभावित शेड्यूल

1. छुट्टियों की संभावित तिथि: 25 दिसंबर 2024 से 5 जनवरी 2025।

2. घोषणा का आधार: अर्धवार्षिक परीक्षाओं के कार्यक्रम।

3. तिथियों में संशोधन का आधार: ठंड की तीव्रता और मौसम का हाल।

अभिभावकों के लिए सुझाव

छुट्टियों के दौरान बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने पर जोर दें।

बच्चों को नियमित अध्ययन के लिए प्रेरित करें और खेल-कूद व अन्य रचनात्मक गतिविधियों में शामिल करें।

स्कूल द्वारा दिए गए ऑनलाइन असाइनमेंट और होमवर्क पर ध्यान दें।

0Shares

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Scroll to Top

Discover more from Latest Sarkari Yojna Rajasthan

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading