राजस्थान सरकार की राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य योजना (RGHS) के तहत चिकित्सकों के लिए नए नियम लागू किए गए हैं। अब ओपीडी में आने वाले मरीजों को लिखी जाने वाली दवाओं के साथ यह भी अंकित करना होगा कि डॉक्टर ने वह दवा क्यों लिखी है।
नए नियमों के प्रमुख बिंदु
✔️ दवा का कारण लिखना अनिवार्य: डॉक्टरों को अब मरीज को दी गई दवा का कारण पर्ची पर छोटे अक्षरों में अंकित करना होगा।
✔️ मरीज की बीमारी का उल्लेख: पुरानी बीमारियों जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अस्थमा आदि का उल्लेख किया जाएगा।
✔️ जांच व परीक्षण: डॉक्टरों को आवश्यक होने पर जांच जैसे एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन आदि करवानी होगी।
✔️ पर्ची पर स्पष्ट हस्ताक्षर व मुहर: डॉक्टरों को अपनी पहचान सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट हस्ताक्षर और विभागीय मुहर लगानी होगी।
✔️ ओवरप्रेस्क्राइबिंग से बचाव: जरूरत से ज्यादा दवा लिखने से बचने के लिए हर नुस्खे की जांच होगी।
कार्रवाई का प्रावधान
अगर डॉक्टर बिना कारण बताए दवा लिखते हैं या पर्ची पर अस्पष्ट जानकारी होती है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
ये ज़रूरी है
📌 पर्ची पर स्पष्ट व सुपाठ्य लिखावट में दवा का नाम होना चाहिए।
📌 डॉक्टर को ओवरप्रेस्क्राइबिंग से बचना होगा।
📌 दवा का कारण छोटे अक्षरों में लिखना अनिवार्य होगा।
यह नियम मरीजों को सही उपचार दिलाने और चिकित्सकीय प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए लागू किए गए हैं।