राजस्थान में योजनाओं का बदलाव NDTV Rajasthan के अनुसार राजस्थान की राजनीति में सत्ता परिवर्तन के साथ योजनाओं का नाम बदलना और कुछ को बंद करना एक परंपरा बन चुकी है। अशोक गहलोत के नेतृत्व में चलाई गई कई योजनाओं पर वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने नए फैसले लिए हैं। इनमें कुछ योजनाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है तो कुछ का नाम बदल दिया गया है। यह ब्लॉग उन प्रमुख योजनाओं पर चर्चा करेगा जिन पर हाल के समय में बदलाव किए गए हैं।
1. मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना – बंद
2022 में गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना को बंद करने का फैसला लिया गया है। इस योजना के लिए ₹100 करोड़ का बजट निर्धारित था। नई सरकार का कहना है कि इसके स्थान पर एक नई योजना लाई जाएगी, जिसकी घोषणा आगामी बजट में की जा सकती है।
2. इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना – बंद
गहलोत सरकार की इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना, जिसके तहत 1 करोड़ 30 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन देने का लक्ष्य था, आचार संहिता के बाद बंद कर दी गई। नई सरकार ने योजना का पुनर्मूल्यांकन करने की बात कही, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया।
3. चिरंजीवी योजना – बदलाव
गहलोत सरकार की एक बड़ी स्वास्थ्य योजना चिरंजीवी योजना को बंद कर आयुष्मान आरोग्य योजना लागू की गई। चिरंजीवी योजना का उद्देश्य राज्य के हर व्यक्ति को ₹25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना था। नई सरकार ने इसे बदलकर राष्ट्रीय आयुष्मान योजना के तहत लाने का निर्णय लिया।
4. इंदिरा रसोई का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई
गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने वाली इंदिरा रसोई का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई कर दिया गया है। यह योजना भले ही नाम बदल गई हो, लेकिन इसके तहत गरीबों को रियायती दरों पर भोजन उपलब्ध कराने का कार्य जारी है।
5. अन्य प्रमुख योजनाओं में बदलाव
पूर्व योजना (गहलोत सरकार) | वर्तमान नाम/स्थिति (भजनलाल सरकार) |
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इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना | मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना |
राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस | विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस |
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना | पन्नाधाय बाल गोपाल योजना |
महिला सशक्तिकरण की 3 योजनाएं | कालीबाई भील संबल योजना |
इन योजनाओं में नाम के बदलाव के साथ प्रशासनिक संरचना में कुछ परिवर्तन किए गए हैं।
6. राजीव गांधी युवा मित्र कार्यक्रम – बंद
राजीव गांधी युवा मित्र कार्यक्रम को भी बंद कर दिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत युवा मित्र सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। योजना के बंद होने से 5000 युवा बेरोजगार हो गए। हालांकि, सरकार का कहना है कि वे नई योजनाओं पर काम कर रहे हैं।
समीक्षा और नई दिशा
भजनलाल सरकार ने गहलोत सरकार के अंतिम 6 महीनों में लिए गए कई फैसलों की समीक्षा के लिए एक कैबिनेट उप-समिति बनाई है। नई सरकार का मानना है कि योजनाओं का मूल्यांकन कर उन्हें और प्रभावी बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि योजनाओं का नाम बदलना और उन्हें पुनर्गठित करना कोई नई बात नहीं है। सरकारें अपने कार्यकाल में नई योजनाओं के माध्यम से अपनी पहचान बनाना चाहती हैं।
Conclusion:
राजस्थान की राजनीति में योजनाओं का नाम बदलना या उन्हें बंद करना सत्ता परिवर्तन का हिस्सा बन गया है। भजनलाल सरकार के फैसलों से स्पष्ट है कि वे नई योजनाओं के जरिए अपनी छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, योजनाओं का असली उद्देश्य जनता को लाभ पहुंचाना है, और यही किसी भी सरकार का मुख्य लक्ष्य होना